दिल्ली-एनसीआर के प्रदूषण पर इस सर्दी में सात अस्त्रों से वार होगा। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) ने इस दिशा में सात सूत्रीय एक्शन प्लान तैयार कर उस पर क्रियान्वयन भी शुरू कर दिया है। दिवाली के समय भी एहतियात बरतते हुए प्रदूषण फैलने से रोकने के लिए सघन निगरानी योजना बनाई गई है।
वायु गुणवत्ता एवं मौसम पूर्वानुमान अनुसंधान प्रणाली (सफर इंडिया) तथा भारतीय मौसम विज्ञान विभाग का पूर्वानुमान है कि अगले सप्ताह से राजधानी की हवा में प्रदूषण बढ़ने लगेगा। फसल अवशेष जलाने का समय भी कमोबेश नजदीक आ ही गया है। हालांकि सर्दियों के इस प्रदूषण से निपटने के लिए ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रेप) तो खैर अभी 15 अक्टूबर से लागू होना है। अलबत्ता, सीपीसीबी अपने एक्शन प्लान पर सक्रिय हो चुकी है।
सीपीसीबी ने अपने एक्शन प्लान को पाक्षिक एक्शन प्लान, जमीनी स्तर पर निरीक्षण और कार्रवाई, सर्वाधिक प्रदूषण वाले क्षेत्रों के लिए माइक्रो लेवल एक्शन प्लान, सोशल मीडिया शिकायत विश्लेषण, सख्ती बरतने वाली एजेंसियों के साथ समन्वय, जन भागीदारी और दिवाली के दौरान निगरानी एवं प्रबंधन इत्यादि श्रेणियों में बांटा है।
प्लान को टास्क फोर्स की बैठक में दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान के राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्डों तथा स्थानीय निकायों को भी जारी कर इस पर क्रियान्वयन के निर्देश दे दिए गए हैं। सीपीसीबी अधिकारियों के मुताबिक, एक्शन प्लान के अतिरिक्त भी दिल्ली-एनसीआर के वायु प्रदूषण को नियंत्रण में रखने के लिए कई उपायों पर काम चल रहा है।